NEET UG Fraud: डमी कैंडिडेट से दिलाई परीक्षा, 60 लाख में हुआ सौदा; MBBS का छात्र गिरफ्तार

NEET UG 2024 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। MBBS का एक छात्र डमी कैंडिडेट से परीक्षा दिलवाकर 60 लाख रुपये में सौदा करता पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।
नई दिल्ली, जून 2025 — मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2024 में फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, MBBS की पढ़ाई कर रहा एक छात्र डमी कैंडिडेट के जरिए परीक्षा दिलवाकर 60 लाख रुपये में सौदा करता पकड़ा गया है। पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है और जांच एजेंसियां पूरे गिरोह की तलाश में जुट गई हैं।
📌 क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने NEET UG 2024 परीक्षा में एक अभ्यर्थी के स्थान पर एक डमी उम्मीदवार से परीक्षा दिलवाई थी। यह सौदा करीब ₹60 लाख में तय हुआ था। डमी कैंडिडेट ने असली परीक्षार्थी की जगह बैठकर परीक्षा दी और उच्च रैंक हासिल कर ली।
छानबीन में पता चला कि आरोपी खुद एक निजी मेडिकल कॉलेज में MBBS का छात्र है और पहले से ही इस तरह के रैकेट से जुड़ा हुआ था। वह ऐसे छात्रों को टारगेट करता था जो पैसे देकर मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना चाहते थे।
👮♀️ कैसे हुआ खुलासा?
NEET रिजल्ट के बाद जब संबंधित छात्र की शैक्षिक पृष्ठभूमि और दस्तावेजों की जांच की गई, तो कुछ गड़बड़ियां सामने आईं। बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन, फिंगरप्रिंट और फोटोग्राफ मिलान नहीं करने पर संदेह और गहराया। जब पूछताछ की गई तो पूरा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
💬 पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारी ने बताया:
“यह सुनियोजित रैकेट है जो कमजोर छात्रों से मोटी रकम लेकर NEET परीक्षा में पास कराने का वादा करता है। आरोपी छात्र ने इससे पहले भी कुछ मामलों में मदद की है, जिसकी जांच की जा रही है।”
🔍 अब तक क्या कार्रवाई हुई?
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MBBS छात्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है
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डमी कैंडिडेट की पहचान की जा रही है
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सौदे में शामिल एजेंटों और दलालों की तलाश जारी
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परीक्षा केंद्र और अन्य स्टाफ से पूछताछ जारी है
⚠️ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
यह मामला NEET जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा की सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जब परीक्षाओं में ही पारदर्शिता नहीं होगी तो योग्य छात्रों के साथ अन्याय होगा और मेडिकल क्षेत्र की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी।
📢 शिक्षा मंत्रालय की प्रतिक्रिया
शिक्षा मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं। अब बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन को और मजबूत करने, और एडमिशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की बात कही जा रही है।
📌 निष्कर्ष:
NEET UG 2024 में यह धोखाधड़ी न केवल परीक्षा प्रणाली की कमजोरी को उजागर करती है बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे पैसों के दम पर भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का अपराध करने से पहले सौ बार सोचे।