भारत में बढ़ती एआई प्रोफेशनल डिमांड और शिक्षा के अवसर 2025

भारत में AI पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। जानिए इस क्षेत्र में शिक्षा, कोर्स और रोजगार के बेहतरीन अवसर।
भारत में बढ़ सकती है एआई प्रोफेशनल की डिमांड, जानिए इस क्षेत्र में शिक्षा और रोजगार के अवसर
नई दिल्ली: भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के क्षेत्र में पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) की रिपोर्ट के अनुसार, अगले वर्ष तक AI पेशेवरों की संख्या 10 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। यह बढ़ती मांग भारत की डिजिटल क्रांति और तकनीकी विकास को दर्शाती है।
एआई क्षेत्र में शिक्षा के नए अवसर
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों में AI, 5G, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस जैसे विषयों को शामिल किया जा रहा है। प्रमुख विश्वविद्यालय और संस्थान जैसे IIT मद्रास, Symbiosis International University और SRM Institute, AI आधारित कई नए कोर्स चला रहे हैं। साथ ही, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर AI के फ्री और पेड़ कोर्सेस उपलब्ध हैं, जिससे छात्र इस क्षेत्र में आसानी से प्रवेश पा सकते हैं।
रोजगार के क्षेत्र में बढ़त
नौकरी पोर्टल नाउकरी की रिपोर्ट के मुताबिक, AI और ML क्षेत्रों में अनुभवी पेशेवरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। भारत में अनेक कंपनियां AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अपने व्यवसाय को बढ़ावा दे रही हैं, जिससे इस क्षेत्र में करियर के अवसर भी बढ़ रहे हैं। Tier 2 और Tier 3 शहरों में भी AI लैब्स और प्रशिक्षण केंद्र बन रहे हैं, जो स्थानीय युवाओं को रोजगार और कौशल विकास के मौके प्रदान करते हैं।
भारत की डिजिटल प्रगति में AI की भूमिका
भारत सरकार का लक्ष्य 2047 तक $23-35 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना है, जिसमें AI की अहम भूमिका होगी। इसके लिए AI पेशेवरों की संख्या बढ़ाना और तकनीकी शिक्षा पर जोर देना जरूरी है। MeitY की पहल IndiaAI Future Skills इस दिशा में बड़ी मदद कर रही है।
निष्कर्ष
अगर आप तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो AI और ML आपके लिए सुनहरा अवसर हैं। इस क्षेत्र में लगातार बढ़ती मांग और बेहतर रोजगार संभावनाएं इसे आज के युवाओं के लिए सबसे आकर्षक विकल्प बनाती हैं।