🎓 UGC Update: पहले से एक साथ दो डिग्री हासिल कर चुके छात्रों को बड़ी राहत, यूजीसी ने बदले नियम
नई दिल्ली, जून 2025 — उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी खबर! विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने उन लाखों छात्रों को राहत दी है, जिन्होंने एक साथ दो डिग्री प्राप्त की हैं। अब UGC ने अपने पुराने दिशा-निर्देशों में बदलाव करते हुए इसे वैध मान लिया है, जिससे पहले से डबल डिग्री कर चुके विद्यार्थियों की डिग्री पर उठ रहे सवाल खत्म हो गए हैं।
📌 क्या था मामला?
बीते कुछ वर्षों में कई छात्रों ने एक साथ दो डिग्रियां – जैसे एक रेगुलर मोड में और दूसरी ओपन या ऑनलाइन मोड में – पूरी की थीं। हालांकि, पहले UGC की ओर से यह स्पष्टता नहीं थी कि यह कानूनी रूप से मान्य है या नहीं। कई विश्वविद्यालयों और नियोक्ताओं ने ऐसे छात्रों की डिग्रियों को मान्यता देने में संकोच किया।
🆕 अब क्या बदला है?
UGC ने 2022 में “दोहरे डिग्री” (Dual Degree) की नीति लागू की थी, जिसमें छात्रों को एक ही समय में दो अलग-अलग डिग्रियां प्राप्त करने की अनुमति दी गई थी — एक फिजिकल मोड और दूसरी ऑनलाइन/डिस्टेंस मोड में।
अब, UGC ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 2022 से पहले जिन्होंने भी एक साथ दो डिग्रियां ली हैं, उनकी डिग्रियां भी मान्य होंगी — बशर्ते दोनों कोर्स किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से किए गए हों।
📣 UGC चेयरमैन का बयान
UGC अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार ने कहा:
“हमें छात्रों के भविष्य की चिंता है। यदि किसी ने एक साथ दो डिग्रियां ली हैं और वे मान्यता प्राप्त संस्थानों से हैं, तो हम उन्हें अवैध नहीं मानेंगे। यह कदम छात्रों के हित में लिया गया है।”
🎯 छात्रों को क्या फायदा?
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जो छात्र सरकारी या प्राइवेट नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं, अब उनकी दोनों डिग्रियां मान्य मानी जाएंगी
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विदेशों में उच्च शिक्षा या रोजगार के लिए आवेदन करते समय डिग्री वैधता को लेकर कोई रुकावट नहीं आएगी
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पहले से डिग्री धारक छात्रों में फैली अनिश्चितता खत्म होगी
🔍 कौन-कौन से मोड मान्य हैं?
UGC ने जिन मोड्स को मान्यता दी है, वे हैं:
✅ रेगुलर (फुल-टाइम क्लासरूम)
✅ ओपन लर्निंग
✅ ऑनलाइन एजुकेशन
✅ डिस्टेंस लर्निंग
📌 निष्कर्ष:
UGC के इस बदलाव से लाखों छात्रों को बड़ी राहत मिली है। यह न केवल शिक्षा प्रणाली को लचीला बनाता है बल्कि नए भारत की बहु-आयामी स्किल डेवेलपमेंट नीति को भी मजबूत करता है।